कोश : शब्दकोश - Hindi Angrezi Muhawara-Lokokti Kosh
मुहावरे में प्रधान है उसका लाक्षणिक अर्थ जिसका गठन अपरिवर्तनीय रहता है। गठन में परिवर्तन होते ही उसका लाक्षणिक अर्थ बेमजा हो जाता है। ‘कमर टूटना’ को न ‘कटि भंग’ कर सकते हैं, न ‘कटि टूटना’। मुहावरे अधिकतर शारीरिक अंगों व चेष्टाओं, सामाजिक-राजनैतिक कथनों व घटनाओं पर आधारित होते हैं। मुहावरे में क्रियापद रहता है, जैसे—अंगूठा दिखाना, आँख दिखाना, अपना उल्लू सीधा करना आदि। हिंदी के मुहावरे तद्भव शब्दों पर आधारित हैं : हस्त, अक्षि, कर्ण, नासिका के स्थान पर मुहावरों में हाथ, आँख, कान, नाक का ही प्रयोग होगा और यही मुहावरेदानी हिंदी-उर्दू के परस्पर बाँधे हुए है।
लोक में प्रचलित उक्ति ही ‘लोकेक्ति’ है, जो किसी देश या काल से बँधी नहीं होती। वह तो सार्वकालिक व सार्वदेशिक है। लोकोक्तियाँ मानवीय अनुभवों के आधार पर बनती हैं। लोकोक्ति में संक्षिप्तता, सारगार्भिता, विदग्धता आदि गुण भरपूर होते हैं।
इस कोश में मुहावरों/लोकोक्तियों के अलग-अलग अर्थों को वर्णक्रमानुसार क्रम संख्या द्वारा तथा समानार्थकों को अर्धविराम द्वारा दर्शाया गया है। प्रयोगकर्ताओं के सुझावों का स्वागत किया जाएगा।
कोश : शब्दकोश - Hindi Angrezi Muhawara-Lokokti Kosh
Hindi Angrezi Muhawara-Lokokti Kosh - by - Prabhat Prakashan
Hindi Angrezi Muhawara-Lokokti Kosh -
- Stock: 10
- Model: PP1000
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1000
- ISBN: 9789352662753
- ISBN: 9789352662753
- Total Pages: 348
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2017
₹ 600.00
Ex Tax: ₹ 600.00