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Science

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आतिशबाज़ी में या त्योहारों के अवसरों पर जिन ‘राकेटों’ को उड़ाया जाता है, उनका आविष्कार सदियों पहले हुआ था। मनोरंजन करनेवाले इन छोटे राकेटों में और आदमी को चन्द्रमा तक पहुँचानेवाले आज के भीमकाय राकेटों में सिद्धान्तत: कोई अन्तर नहीं है। आतिशबाज़ी के ‘राकेट’ भी निर्वात में यात्रा कर सकते हैं लेकिन वह ..
₹ 250.00
Ex Tax:₹ 250.00
स्टीफेन हॉकिंग की यह पुस्तक विज्ञान-लेखन की दुनिया में अपनी लोकप्रियता के कारण अतिविशिष्ट स्थान रखती है। वर्ष 1988 में अपने प्रकाशन के मात्र दस वर्षों की अवधि में इस पुस्तक की 10 लाख से ज़्यादा प्रतियाँ बिकीं और आज भी जिज्ञासा की दुनिया में यह पुस्तक बदस्तूर अपनी जगह बनाए हुए है।ब्रह्मांड की उत्पत..
₹ 299.00
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वैज्ञानिकों ने भौतिक जगत् के अन्वेषण के लिए गणित का उपयोग परमावश्यक माना है। लेकिन इतने महत्त्व का विषय होते हुए भी अंग्रेज़ी तक में गणित के इतिहास और गणितज्ञों के बारे में जानकारी देनेवाले ज़्यादा ग्रन्थ नहीं हैं। जो हैं, उनमें भारत या पूर्व के अन्य देशों की गणितीय उपलब्धियों के बारे में बहुत कम सू..
₹ 600.00
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सूर्य! हमारी आकाश–गंगा के क़रीब 150 अरब तारों में से एक सामान्य तारा!...फिर भी कितना विराट, कितना तेजस्वी और कितना जीवनदायी!...लेकिन किसी भी आकाश–गंगा में अकेला नहीं होता कोई तारा अथवा कोई सूर्य। एक परिवार होता है उसका—कई सदस्योंवाला एक परिवार, और इसे ही कहा जाता है सौर–मंडल। हमारे सूर्य का भी एक मं..
₹ 150.00
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‘सूरज चाँद सितारे’ गुणाकर मुळे की पहली पुस्तक है जो उन्होंने 1962 में अपने विद्यार्थी जीवन के दौरान लिखी थी। पुस्तक का केन्द्रीय विषय खगोलीय संसार है और इसमें सूर्य, पृथ्वी, चन्द्रमा आदि ग्रहों के अलावा ब्रह्मांड की संरचना, ग्रहों की उत्पत्ति, धूमकेतु और उल्काओं आदि की जानकारी देते हुए हमारे लिए हमे..
₹ 300.00
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धरती का समूचा जीवन सूर्य पर निर्भर है। इसलिए यदि यह कहा जाए कि सूर्य के बारे में जानना विश्व-जीवन को जानना है, तो ग़लत न होगा। इस नाते खगोल विज्ञान विषयक हिन्दी लेखकों में अग्रगण्य गुणाकर मुळे की यह पुस्तक न सिर्फ़ अद्यतन जानकारियों, बल्कि अपने सरल और रोचक भाषा-शिल्प की दृष्टि से भी अत्यन्त महत्त्वप..
₹ 295.00
Ex Tax:₹ 295.00
गुणाकर मुळे ने विज्ञान के अनेक विषयों पर लगातार लिखा और इसके लिए एक भाषा भी तैयार की, जिसमें कठिन से कठिन अवधारणा को स्पष्ट किया जा सके। उनका उद्देश्य सिर्फ़ वैज्ञानिक जानकारियों का सम्प्रेषण नहीं था, वे हिन्दी समाज में सोच और व्यवहार के स्तर पर वैज्ञानिक चेतना और दृष्टि की स्थापना करना चाहते थे। वि..
₹ 399.00
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वर्तमान ऊर्जा-संकट का प्रभाव समाज के सभी वर्गों पर पड़ रहा है। कोयले और तेल की कमी से किसानों, कारख़ानों और घरेलू उपयोग के लिए बिजली का नियमित मिलना कठिन हो गया है। आज साधारण जन यह जानने के लिए उत्सुक है कि इस संकट का निवारण कब और कैसे होगा?खनिज तेल की कमी और उसके मूल्यों में अत्यधिक वृद्धि के कार..
₹ 125.00
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‘वैज्ञानिक भौतिकवाद’ आज के वैज्ञानिक युग के उस चरण की व्याख्या है जिसमें साइंस के नाम पर मृत विचारों की अपेक्षा नए वैज्ञानिक विचारों व आलोक में मानवीय नैतिकता, धर्म, समाज, दर्शन, मूल्यवत्ता और मानवीय सम्बन्धों की व्याख्या की गई है। जर्मन दार्शनिक हीगेल ने जिस द्वन्द्वात्मक सिद्धान्त पर आध्यात्मिकता ..
₹ 175.00
Ex Tax:₹ 175.00
बच्चे के मन में होश सँभालते ही अपने आसपास की दुनिया, अपने परिवेश, प्रकृति, हवा, सूरज, पानी और आग को लेकर अनेक सवाल उठने लगते हैं। ‘विज्ञान की अनोखी दुनिया’ शृंखला की पुस्तकें बाल और किशोर मन की इन्हीं जिज्ञासाओं को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक आधार पर रची गई हैं।शृंखला की इस पहली पुस्तक में बालमन के आ..
₹ 300.00
Ex Tax:₹ 300.00
बच्चे के मन में होश सँभालते ही अपने आसपास की दुनिया, अपने परिवेश, प्रकृति, हवा, सूरज, पानी और आग को लेकर अनेक सवाल उठने लगते हैं। ‘विज्ञान की अनोखी दुनिया’ शृंखला की पुस्तकें बाल और किशोर मन की इन्हीं जिज्ञासाओं को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक आधार पर रची गई हैं।शृंखला की यह दूसरी पुस्तक जंगल के जानवर..
₹ 300.00
Ex Tax:₹ 300.00
बच्चे के मन में होश सँभालते ही अपने आसपास की दुनिया, अपने परिवेश, प्रकृति, हवा, सूरज, पानी और आग को लेकर अनेक सवाल उठने लगते हैं। ‘विज्ञान की अनोखी दुनिया’ शृंखला की पुस्तकें बाल और किशोर मन की इन्हीं जिज्ञासाओं को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक आधार पर रची गई हैं।शृंखला की यह तीसरी पुस्तक हमें पेड़-पौधो..
₹ 300.00
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