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Literary Criticism - Pashchatya Sahitya Chintan

Literary Criticism - Pashchatya Sahitya Chintan
पश्चिम में साहित्य-चिन्तन की सुदीर्घ परम्परा को हिन्दी के पाठकों के लिए प्रामाणिक और सहज ग्राह्य रूप में सुलभ कराने की दिशा में प्रस्तुत ग्रन्थ एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है। प्लेटो से बीसवीं शताब्दी तक पाश्चात्य काव्य-चिन्तन में योगदान देनेवाले सभी महत्त्वपूर्ण विचारकों और प्रवृत्तियों का प्रामाणिक विवेचन इस रचना की विशेषता है; अकादमिक अनुशासन से एक साथ युक्त और मुक्त विश्लेषण-पद्धति इसका प्रमुख आकर्षण है। ग्रन्थ की सामग्री का आधार मूल स्रोत है। बक़ौल प्लेटो : ‘सत्य के अनुकरण का अनुकरण ग्रन्थ की विश्वसनीयता तथा लेखिका की प्रतिबद्धता’ का कारण भी यही है। प्रस्तुत कृति से इस विषय के सुधी पाठकों की बहुत बड़ी आवश्यकता की पूर्ति होती है।

Literary Criticism - Pashchatya Sahitya Chintan

Pashchatya Sahitya Chintan - by - Radhakrishna Prakashan

Pashchatya Sahitya Chintan -

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  • Stock: 10
  • Model: RKP3085
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP3085
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 195p
  • Edition: 2020, Ed. 10th
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 1990
₹ 495.00
Ex Tax: ₹ 495.00