Fiction : Stories - Nak Bani Musibat
‘नाक’ के प्रसंग लगभग हर सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हैं। जापानी परिवेश में आकुतागावा की ‘नाक बनी मुसीबत’ एक व्यंग्यात्मक कहानी है। बाक़ी कहानियाँ गम्भीर और संवेदनात्मक हैं। एक तरह ‘नन्हे का भगवान’ अध्यात्म से प्रभावित है तो ‘किनोसाकी से’ ज़िन्दगी और मौत की कशमकश पर शिगा नाओया का जीवन-दर्शन है। ‘एक और काली बिल्ली’ मनुष्य और जानवर के उभरते आत्मीय सम्बन्ध की भावनात्मक गाथा है जो जापान की समसामयिक रचनाओं में बहुचर्चित है।
Fiction : Stories - Nak Bani Musibat
Nak Bani Musibat - by - Rajkamal Prakashan
Nak Bani Musibat -
- Stock: 10
- Model: RKP219
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RKP219
- ISBN: 0
- Total Pages: 100p
- Edition: 2002, Ed. 1st
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Back
- Year: 2002
₹ 150.00
Ex Tax: ₹ 150.00