Fiction : Novel - Pati-Patani Aur Woh
वरिष्ठ उपन्यासकार कमलेश्वर का यह उपन्यास समकालीन समाज में पुरुष मानसिकता को उघाड़कर रख देता है। देहलोलुप पुरुषों की लिप्सा और कुंठा इस उपन्यास का केन्द्रीय विषय है। पत्नी हो या प्रेमिका, स्त्री हर तरह से पुरुषों द्वारा छली जाती है। इस उपन्यास का कथ्य भले ही रोमांटिक और हलका-फुलका लगे, लेकिन यह साधारणता ही इसकी खास विशेषता है।समकालीन जीवन की कार्यालयी संस्कृति में स्त्रियों की नियति और पुरुष की लोलुपता को लेखक ने इस उपन्यास में गहरी आन्तरिकता से रेखांकित किया है। पूँजीवादी समाज के प्रतिस्पर्द्धामूलक परिवेश की विडम्बनाओं और अन्तर्विरोधों को उजागर करनेवाला यह उपन्यास शिल्प व भाषा की सहजता के लिए भी याद किया जाएगा।
Fiction : Novel - Pati-Patani Aur Woh
Pati-Patani Aur Woh - by - Rajkamal Prakashan
Pati-Patani Aur Woh -
- Stock: 10
- Model: RKP1867
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RKP1867
- ISBN: 0
- Total Pages: 236p
- Edition: 2019, Ed. 3rd
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Back, Paper Back
- Year: 2006
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00