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Essay - Vyaktigat Nibandh Aur Diary

Essay - Vyaktigat Nibandh Aur Diary
‘व्यक्तिगत निबन्ध और डायरी’ में राष्ट्रकवि ‘दिनकर’ के संस्मरणों, जीवन–प्रसंगों और विचारोत्तेजक निबन्धों को संगृहीत किया गया है।इस पुस्तक में दिनकर जी के वैचारिक निबन्धों के साथ–साथ नियमित रूप से लिखी जानेवाली उनकी डायरी भी है। उसके साथ–साथ अनियमित रूप से लिखे जानेवाले जर्नल भी इसमें शामिल हैं जिनमें विचार, भावनाएँ, समसामयिक टिप्पणियाँ और वैयक्तिक बातों का लेखा–जोखा है।यह पुस्तक युवा–पीढ़ी के लिए युगदृष्टा साहित्यकार का एक उद्बोधन है। उनके जीवन–प्रसंगों तथा निबन्धों की ओजस्विता सभी के लिए प्रेरणा का पुंज है।

Essay - Vyaktigat Nibandh Aur Diary

Vyaktigat Nibandh Aur Diary - by - Lokbharti Prakashan

Vyaktigat Nibandh Aur Diary -

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  • Stock: 10
  • Model: RKP3881
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP3881
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 380p
  • Edition: 2008, Ed. 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 2008
₹ 450.00
Ex Tax: ₹ 450.00