Menu
Your Cart

Aadivasi Literature - Ek Gond Gaon Me Jeevan

Aadivasi Literature - Ek Gond Gaon Me Jeevan
वेरियर एलविन एक युवा अंग्रेज़ थे जो मिशनरी बनकर भारत आए और बाद में भारत के एक महत्त्वपूर्ण मानव-विज्ञानी बने। गांधी जी की प्रेरणा और जमनालाल बजाज के मार्गदर्शन में वेरियर एलविन ने मैकाल पहाड़ी पर बसे एक गोंड गाँव करंजिया में बसने का निर्णय लिया और उस क्षेत्र के लोगों के कल्याण के लिए ख़ुद को समर्पित कर दिया। ‘एक गोंड गाँव में जीवन’ उनके करंजिया में बिताए 1932 से 1936 तक के जीवन का रोज़नामचा है जहाँ वे गोंड लोगों की तरह ही स्वयं और कुछ मित्रों की सहायता से बनाई गई एक झोंपड़ी में रहते थे। यह जीवन्त, मर्मस्पर्शी और उपाख्यानात्मक पुस्तक है जिसमें एलविन ने निरीक्षण की अपनी मानव-विज्ञानी क्षमता और स्वाभाविक विनोदप्रियता के संयोग से गोंड जीवन की बहुरंगी छवि और आश्रम, जिसमें हिन्दू मुसलमान, ईसाई, गोंड आदि सभी शामिल हैं, की आन्तरिक उपलब्धि का उत्कृष्ट वर्णन किया है।

Aadivasi Literature - Ek Gond Gaon Me Jeevan

Ek Gond Gaon Me Jeevan - by - Rajkamal Prakashan

Ek Gond Gaon Me Jeevan -

Write a review

Please login or register to review
  • Stock: 10
  • Model: RKP1942
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP1942
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 140p
  • Edition: 2020, Ed 2nd
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 2007
₹ 395.00
Ex Tax: ₹ 395.00