Short stories - Samagra Upanyaas - Hardbound
प्रस्तुत संकलन में कमलेश्वर के दस उपन्यास-एक सड़क सत्तावन गलियाँ, लौटे हुए मुसाफिर, तीसरा आदमी, डाक बंगला, समुद्र में खोया हुआ आदमी, काली आंधी, आगामी अतीत, वही बात, सुबह...दोपहर...शाम...,रेगिस्तान-कालक्रमानुसार दिए गए हैं। साथ ही प्रत्येक उपन्यास के लिए उन्होंने नयी भूमिकाएं भी लिखी हैं। हिन्दी के कथाकारों में कमलेश्वर का अपना बिलकुल अलग और विशिष्ट स्थान है, जो ‘कितने पाकिस्तान’ के प्रकाशन के बाद सफलता और यश के शिखरों को छूने लगा है। वास्तविक जिन्दगी की उनकी पकड़ आश्चर्यजनक रूप से मजबूत है और उनके कथा साहित्य ने रचनात्मकता के साथ-साथ जीवन और इतिहास के चिन्तन के नये द्वार भी खोल दिए हैं।
Short stories - Samagra Upanyaas - Hardbound
Samagra Upanyaas - Hardbound - by - Rajpal And Sons
Samagra Upanyaas - Hardbound - प्रस्तुत संकलन में कमलेश्वर के दस उपन्यास-एक सड़क सत्तावन गलियाँ, लौटे हुए मुसाफिर, तीसरा आदमी, डाक बंगला, समुद्र में खोया हुआ आदमी, काली आंधी, आगामी अतीत, वही बात, सुबह.
- Stock: 10
- Model: RAJPAL364
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL364
- ISBN: 9788170285083
- ISBN: 9788170285083
- Total Pages: 712
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hardbound
- Year: 2014
₹ 725.00
Ex Tax: ₹ 725.00