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Legends & Mythology

Legends & Mythology
संस्कृत साहित्य में महाकवि दण्डी का विशिष्ट स्थान है। ‘दशकुमारचरित’ उनकी लोकप्रिय व प्रसिद्ध रचना है। इसमें दस कुमारों के माध्यम से उस समय के समाज के सभी वर्गों-राजमहलों से लेकर आम जन-जीवन तक का रोचकतापूर्ण विस्तृत वर्णन है। ‘दशकुमारचरित’ में यथार्थवाद अपनी अभिव्यक्ति में बहुत ही निर्मम बनकर उतरा है..
₹ 140.00
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‘हितोपदेश’ का अर्थ है हितकारी उपदेश। नारायण पंडित द्वारा रचित हितोपदेश की कहानियां सदाचार, राजनीति और व्यावहारिक ज्ञान से सराबोर हैं। पशु-पक्षियों के जीवन पर आधारित होने पर भी ये कहानियां स्वाभाविक लगती हैं क्योंकि इनमें पशु-पक्षी मनुष्य की ही बोली बोलते हैं और उन्हीं के समान आचरण करते हैं। ये रोचक ..
₹ 160.00
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भारतीय संस्कृति में 'महाभारत' को एक विशेष स्थान प्राप्त है। 'रामायण' की भांति इसे घर-घर में पढ़ा जाता है। हमारे धर्म-चिंतन का सर्वोपरि ग्रंथ ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ इसी का अंग है। प्रसिद्ध उपन्यासकार अमृतलाल नागर ने महाभारत की सम्पूर्ण कथा बड़े सरल शब्दों तथा प्रवाहपूर्ण भाषा में प्रस्तुत की है। 'महाभारत..
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महाकवि शूद्रक द्वारा रचित ‘मृच्छकटिक’ एक यथार्थवादी नाटक है। मृच्छकटिक का अर्थ है ‘मिट्टी की गाड़ी’। सारा नाटक मिट्टी की गाड़ी पर केन्द्रित होने के कारण लेखक ने इसी पर नाटक का नामकरण कर दिया। नाटक में यथार्थ जीवन की गतिशीलता एवं रसमयता है। भाषा सरल व नाटक के पात्रों के अनुकूल है। अभिनय की दृष्टि से ..
₹ 165.00
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भारत के राजनीतिक इतिहास का ‘स्वर्णयुग’ कहे जाने वाले गुप्तकाल के कथानक को लेकर लिखे गए विशाखदत्त के संस्कृत नाटक में उस समय के समाज का चित्रण है। राजनीति के सफल खिलाड़ी महामंत्री चाणक्य, मंत्री राक्षस और सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय के काल से संबंधित इस नाटक में राजनीतिक परिस्थितियों का रोचक वर्णन है। ..
₹ 145.00
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‘पंचतन्त्र’ विश्व साहित्य को भारतीय साहित्य की सबसे महत्त्वपूर्ण देन है। पंचतन्त्र की लोकप्रियता इस बात से आंकी जा सकती है कि विश्व की अधिकांश भाषाओं में इसका अनुवाद हो चुका है। विष्णु शर्मा द्वारा रचित ‘पंचतन्त्र’ की छोटी-छोटी कहानियाँ राजनीति और व्यवहार नीति की सीख देती हैं। सीधी सरल भाषा में लिखी..
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महाकवि भास संस्कृत साहित्य के मूर्धन्य कवि हैं। उन्होंने अपने जिन तेरह नाटकों से संस्कृत साहित्य को समृद्ध किया उनमें स्वप्नवासवदत्ता और प्रतिज्ञायौगन्धरायण विशेष लोकप्रिय हैं। नाटकों की भाषा बहुत ही सरस और बोधगम्य है। अभिनय की दृष्टि से भी भास के ये नाटक सर्वथा उपयुक्त हैं।..
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Bharatrihari was a sixth century Indian poet who wrote Bharatrihari Satak a book of Sanskrit poetry comprising of three sections of a hundred verses each. The first section, the Shringar focuses on love and love-making. The second section Vairagya talks about the gradual with drawal from worldly mat..
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महाकवि भवभूति द्वारा रचित उत्तररामचरित संस्कृत साहित्य की अमूल्य निधि है। रामायण के (उत्तरकाण्ड) कथानक को लेकर भवभूति ने अपनी प्रतिभा का सृजन किया। सार्थकता और संवादों की स्वाभाविकता इस नाटक की प्रमुख विशेषता है। मानवहृदय की वेदना को भवभूति ने बड़ी ही खूबसूरती से व्यक्त किया है। अपने पति श्रीराम द्व..
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वाल्मीकि रामायण विश्व साहित्य की उन चुनिंदा कृतियों में से है जिसे बच्चे जितने चाव से सुनते हैं, उतनी ही जिज्ञासा से दार्शनिक भी पढ़ते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवनचरित के माध्यम से रामायण जीवन के हर पक्ष को छूती है। बुराई पर अच्छाई की जीत इसका मुख्य संदेश है, लेकिन उससे बढ़कर यह बताती है ..
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