कृश्न चन्दर के लोकप्रिय उपन्यास 'एक गधे की आत्मकथा' में आदमी की भाषा में बोलने वाले एक गधे के माध्यम से समाज के विभिन्न पहलुओं पर करारा व्यंग किया गया है। इस उपन्यास के विचित्र संसार में सरकारी दफ्तरों के निठल्ले आफीसर, लाइसेंस के चक्कर में घूमने वाले व्यवसायी, चुनाव के जोड़-तोड़ में लगे नेता, साहित..
घुसपेठिये जाने माने लेखक हरि जोशी की अब तक की साहितियक यात्रा में एक और कड़ी है | 2013 में इन्हें 'व्यंग्श्री सम्मान' व 'साहित्य मनीषी', और 2002 में 'मध्यप्रदेश लेखक संघ सम्मान' से नवाज़ा गया था | इनकी अधिकांश रचनाए व्यंगात्मक होती है और कई बार अपने व्यंग के माध्यम से सरकार और उसके तौर-तरीको पर तीखा..
यह पुस्तक हिंदी साहित्य की उत्कृष्ट व्यंग्य रचनाओं का सशक्त संकलन है। इसमें एक और हरिशंकर परसाई की व्यंग्य-रचना है तो दूसरी और शारद जोशी की- एक तरह से पुरानी और नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व। साथ ही, भगवतीचरण वर्मा, फणीश्वरनाथ 'रेणु' और कमलेश्वर जैसे चोटी के साहित्यकारों की चुनिंदा व्यंग्य रचनाएँ भी इस प..
हिन्दी साहित्य की चुनी हुई हास्य कथाओं का यह संकलन विख्यात सम्पादक-कवि कन्हैयालाल नंदन द्वारा सम्पादित है। इसमें अमृतलाल नागर, भगवतीचरण वर्मा, हरिशंकर परसाई तथा शरद जोशी से लेकर के.पी. सक्सेना, रवीन्द्रनाथ त्यागी, लक्ष्मीकान्त वैष्णव, संतोष नारायण नौटियाल आदि लेखकों की श्रेष्ठ हास्य रचनाएं सम्मिलित ..
उर्दू-साहित्य की श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाओं का हिन्दी में प्रकाशित एकमात्र संकलन। यहाँ एक ओर ख़्वाजा हसन निज़ामी, पतरस बुख़ारी, शौकत थानवी, कृश्न चन्दर और मंटो की धारदार रचनाएँ हैं तो वहीं नरेन्द्र लूथर और मुज्तबा हुसैन के हास्य-परिहास से पूर्ण व्यंग्यात्मक-निबन्ध भी। यानी एक पुस्तक में सम्पूर्ण हास्य-व्य..