Personal Memoirs - Mohan Rakesh Ki Diary - Hardbound
मोहन राकेश की ज़िन्दगी एक खुली किताब रही है। उसने जो कुछ लिखा और किया-वह दुनिया को मालूम है। लेकिन उसने जो कुछ जिया-यह सिर्फ़ उसे मालूम था! अपनी साँसों की कहानी उसने डायरियों में दर्ज की है। और कितना तकलीफ़देह है यह एहसास कि राकेश जैसा लेखक अपने अनुभवों की कहानियाँ दुनिया के लिए लिख जाए और अपने व्यक्तिगत संताप, सुख और दुःख के क्षणों को जानने और पहचानने के लिए अपने दस्तावेज़ दोस्तों के पास छोड़ जाए...डायरियाँ, लेखक का अपना और अपने हाथ से किया हुआ पोस्ट-मार्टम होती हैं! एक लेखक कैसे तिल-तिल जीता और मरता है-अपने समय को सार्थक बनाते हुए खुद को कितना निरर्थक पाता है और अपनी निरर्थकता में से कैसे वह अर्थ पैदा करता है-इसी रचनात्मक आत्म-संघर्ष को डायरियाँ उजागर करती हैं। राकेश की डायरी इसी आत्म-संघर्ष के सघन एकान्तिक क्षणों का लेखा-जोखा है, जो वह किसी के साथ बाँट नही पाया...-इस पुस्तक में कमलेश्वर द्वारा लिखी भूमिका से
Personal Memoirs - Mohan Rakesh Ki Diary - Hardbound
Mohan Rakesh Ki Diary - Hardbound - by - Rajpal And Sons
Mohan Rakesh Ki Diary - Hardbound - मोहन राकेश की ज़िन्दगी एक खुली किताब रही है। उसने जो कुछ लिखा और किया-वह दुनिया को मालूम है। लेकिन उसने जो कुछ जिया-यह सिर्फ़ उसे मालूम था!
- Stock: 10
- Model: RAJPAL792
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL792
- ISBN: 9788170285618
- ISBN: 9788170285618
- Total Pages: 386
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hardbound
- Year: 2017
₹ 450.00
Ex Tax: ₹ 450.00