भारतीय भाषाओं में टीवी पत्रकारिता के बारे में पढ़ने-पढ़ाने के लिए किताबें या तो लिखी ही नहीं गईं या फिर वे ऐसी नहीं हैं जो इस कमी को पूरी तरह भर सकें। हिन्दी में तो एक भी ढंग की किताब नहीं है। ‘ख़बरें विस्तार से’ का प्रकाशन इस दिशा में सार्थक प्रयास है।टेलीविज़न के समाचारों का संकलन, सम्पादन, प्रस्तु..
श्रीमद्भगवद्गीता में सात सौ श्लोक और अठारह अध्याय हैं। गीता का एक भी श्लोक यदि भलीभाँति समझ लिया जाय और यथार्थ जीवन में उसपर आचरण किया जाय तो उससे मनुष्य की प्रत्येक समस्या का समाधान हो सकता है, फिर चाहे वह भारत में रहता हो या कहीं विदेश में। यही कारण है कि श्री गीताजी का संसार की एक सौ भाषाओं में अ..