यह पुस्तक अपने कर्म, वाणी, व्यवहार, दूरदर्शिता, सामाजिकता और राष्ट्रभाव से संपूर्ण समाज को प्रेरित करनेवाली महान् विभूतियों के अनुकरणीय जीवन का वह प्रकाशपुंज है, जो हर पाठक के जीवन पथ को आलोकित करेगा।
समाज, साहित्य, विज्ञान, खेल, राजनीति, सेना आदि क्षेत्रों के मूर्धन्य और अग्रणी महानुभाव—महात्मा गा..
यह पुस्तक अपने कर्म, वाणी, व्यवहार, दूरदर्शिता, सामाजिकता और राष्ट्रभाव से संपूर्ण समाज को प्रेरित करनेवाली महान् विभूतियों के अनुकरणीय जीवन का वह प्रकाशपुंज है, जो हर पाठक के जीवन पथ को आलोकित करेगा।
समाज, साहित्य, विज्ञान, खेल, राजनीति, सेना आदि क्षेत्रों के मूर्धन्य और अग्रणी महानुभाव—महात्मा गा..
मोटिवेटर, एक ऐसा व्यक्ति, जो आपको कह सके—यस, यू कैन डू इट। बड़े-से-बड़ा और छोटे-से-छोटा व्यक्ति सराहना और प्रोत्साहन चाहता है, अपने काम की तारीफ चाहता है; लेकिन उसी तारीफ में हम सबसे ज्यादा कंजूसी करते हैं। हम अपने से जुड़े प्रिय लोगों को ज्यादातर उनकी कमियाँ ही बताते रहते
हैं। जीवन में कभी-कभी ही ..
मोटिवेटर, एक ऐसा व्यक्ति, जो आपको कह सके—यस, यू कैन डू इट। बड़े-से-बड़ा और छोटे-से-छोटा व्यक्ति सराहना और प्रोत्साहन चाहता है, अपने काम की तारीफ चाहता है; लेकिन उसी तारीफ में हम सबसे ज्यादा कंजूसी करते हैं। हम अपने से जुड़े प्रिय लोगों को ज्यादातर उनकी कमियाँ ही बताते रहते हैं। जीवन में कभी-कभी ही क..
‘आलोचना और विचारधारा’ डॉ. नामवर सिंह के व्याख्यानों का संग्रह है। इन व्याख्यानों के केन्द्र में ‘आलोचना’ है। संकलित 22 व्याख्यान किसी निश्चित परियोजना के तहत नहीं दिए गए हैं। इसीलिए इनमें कोई पूर्व निश्चित सिलसिला नहीं है। इन व्याख्यानों का समय भी दो दशक से अधिक तक फैला हुआ है। बावजूद इसके इनमें एक ..
अध्यात्म का अर्थ है—स्वयं का अध्ययन। धर्म का अर्थ है— कर्तव्य, अहिंसा, न्याय, सदाचरण, सद्गुण और जो धारण करने योग्य है, जिसे सभी मनुष्यों को धारण करना चाहिए। धर्म-अध्यात्म हमें ऐसी शक्ति की ओर ले जाते हैं, जो हमारी आस्तिकता को मजबूत बनाती है। जो ईश्वर में विश्वास करे, वह आस्तिक होता है। वही आस्तिकता ..
अध्यात्म का अर्थ है—स्वयं का अध्ययन। धर्म का अर्थ है— कर्तव्य, अहिंसा, न्याय, सदाचरण, सद्गुण और जो धारण करने योग्य है, जिसे सभी मनुष्यों को धारण करना चाहिए। धर्म-अध्यात्म हमें ऐसी शक्ति की ओर ले जाते हैं, जो हमारी आस्तिकता को मजबूत बनाती है। जो ईश्वर में विश्वास करे, वह आस्तिक होता है। वही आस्तिकता ..
अंधविश्वास उन्मूलन और डॉ. नरेंद्र दाभोलकर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। निरन्तर 25 वर्षों की मेहनत का फल है यह। अंधविश्वास उन्मूलन का कार्य महाराष्ट्र में विचार, उच्चार, आचार, संघर्ष, सिद्धान्त जैसे पंचसूत्र से होता आ रहा है। भारतवर्ष में ऐसा कार्य कम ही नज़र आता है।'अंधविश्वास उन्मूलन : विचार' पु..
सफल और अनुभवी लोगों के सद्विचार, प्रेरक वाणी और अनुकरणीय जीवनशैली भी आपके व्यक्तित्व को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस पुस्तक में संकलित एलोन रीव मस्क, जैक मा, नारायण मूर्ति, बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग, रतन टाटा, रॉबर्ट कियोसाकी, वॉरेन बफे, वॉल्ट डिज्नी, सुंदर पिचाई जैसे अत्यंत क..
सफल और अनुभवी लोगों के सद्विचार, प्रेरक वाणी और अनुकरणीय जीवनशैली भी आपके व्यक्तित्व को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस पुस्तक में संकलित एलोन रीव मस्क, जैक मा, नारायण मूर्ति, बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग, रतन टाटा, रॉबर्ट कियोसाकी, वॉरेन बफे, वॉल्ट डिज्नी, सुंदर पिचाई जैसे अत्यंत क..
भारत की सनातन-सांस्कृतिक परंपरा समावेशी, करुणाप्रधान एवं समतामूलक रही है। समय के झंझावातों, विदेशी आक्रांताओं के प्रहारों और तकनीक की चकाचौंध ने इसके बाह्य स्वरूप को प्रभावित अवश्य किया है लेकिन मूल रूप में समस्त चराचर जगत् को स्वयं का रूप मानने की भारतीय-दृष्टि आज भी लोकजीवन में अपना स्थान बनाए ह..
भारत की सनातन-सांस्कृतिक परंपरा समावेशी, करुणाप्रधान एवं समतामूलक रही है। समय के झंझावातों, विदेशी आक्रांताओं के प्रहारों और तकनीक की चकाचौंध ने इसके बाह्य स्वरूप को प्रभावित अवश्य किया है लेकिन मूल रूप में समस्त चराचर जगत् को स्वयं का रूप मानने की भारतीय-दृष्टि आज भी लोकजीवन में अपना स्थान बनाए ह..