प्रसिद्ध पाकिस्तानी शायर अहमद फ़राज़ की चुनी हुई शायरी जो अपने देश से ज्यादा दूसरे देशों में रहे और रहते हैं और एक जलावतन शायर के रूप में मानो समूचे एशिया की आवाज़ बनकर खड़े हैं। उनकी शायरी में पाकिस्तान की ज़िन्दगी का जिसमें आग, धुआँ, मारकाट, लूटपाट आदि आए दिन होते रहते हैं और हर किसी पर ख़ौफ़ के साये लह..
लोकप्रिय उर्दू शायर अमीर आग़ा क़ज़लबाश की एक-से-एक बढ़कर चुनी हुई नज़्में, ग़ज़लें और शे’र जिनमें आज की इन्सानी ज़िन्दगी के सभी रंग-शायर के अपने खास अंदाज़ में।..
बशीर बद्र मुहब्बत के शायर हैं और उनकी शायरी का एक-एक लफ़्ज़ इसका गवाह है। मुहब्बत का हर रंग उनकी ग़ज़लों में मौजूद है। उनका पैग़ाम मुहब्बत है-जहाँ तक पहुँचे। यह संकलन उनकी समूची शायरी का प्रतिनिधित्व करता है। इसकी लाजवाब भूमिका हिन्दी के प्रसिद्ध कवि-सम्पादक कन्हैयालाल नंदन ने लिखी है।..
तरक्कीपसंद शायर कैफ़ी आज़मी की समग्र शायरी में से चुनी हुई उनकी श्रेष्ठ ग़ज़लें, नज़्में और शे’र साथ ही, उनकी सुप्रसिद्ध बेटी शबाना आज़मी द्वारा लिखा जीवन-परिचय जिसका शीर्षक है-‘अब्बा’। खुशवन्त सिंह ने कैफ़ी आज़मी को ‘आज की उर्दू शायरी का बादशाह’ करार दिया है-और सचमुच वे हैं भी। कैफ़ी आज़मी के समूचे..
भारत के उर्दू शायरों में कृष्ण बिहारी ‘नूर’ एक मशहूर नाम है। एक तरफ़ उनकी शायरी जहाँ सूफ़ियाना अन्दाज़ में मस्त कलन्दरों की तरह अपना दर्ज कराती है, वहीं दूसरी तरफ़ हिन्दू दर्शन और अध्यात्म की खुशबुएँ बिखेरती है। उनके कलाम को गुलाम अली, असलम खाँ, पीनाज़ मसानी, भूपेन्द्र और रवीन्द्र जैन जैसे चोटी के गायकों..
भारत के उर्दू शायरों में निदा फ़ाज़ली आज एक महत्त्वपूर्ण नाम है। उन्होंने नयी शैली में नए विषयों पर लिखकर शायरी को एक नया मोड़ दिया है। उनके कलाम में देश की ज़िन्दगी अपने लोकरंगों के लिबास में पूरी तरह मौजूद है।..
मशहूर उर्दू शायर शहरयार के समूचे कलाम में से उनके क़रीबी दोस्त, प्रसिद्ध साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा विशेष रूप से तैयार संकलन, शायर की ज़िन्दगी और उनके लेखन पर रोचक भूमिका सहित चैंकानेवाली आतिशबाज़ी से हटकर, शाइस्तगी से भरी कुछ ऐसी शायरी जो अजाने ही वक्त की पुकार में बदल जाती है।..
पाकिस्तान में उर्दू की शायरात शायरी के मैदान में शायरों से कहीं आगे निकल गई हैं, जिसकी मिसाल दुनिया भर में किसी देशकाल में नहीं मिलेगी। उन शायरात में जो पोस्ट-मॉडर्न कहलाती हैं, उनमें सारा शगुफ़्ता, अज़रा अब्बास, किश्वर नाहीद, नसरीन अंजुम भट्टी, अनूपा, तनवीर अंजुम और शाइस्ता हबीब के नाम ज़्यादा नुमायाँ..
निज़ाम साहब का काव्य मैंने पढ़ा भी है उनके गहन-गम्भीर स्वर में सुना भी और इस अनुभव से बार-बार आप्यायित हुआ हूँ।निज़ाम साहब की कविताएँ मुझे सबसे पहले इसीलिए आकृष्ट करती हैं कि वे भारतीय रचनाएँ हैं। जिस संवेदन संसार में वे हमें आमंत्रित करती हैं, वह हमारा जाना-पहचाना है और उसमें वह बड़ी सहजता से प्रवे..
अपने एह्सासात से कारईन व सामईन को रफ़्ता-रफ़्ता मदहोश बना देनेवाले कुमार नयन की शायरी के कई रंग हैं। उनकी ग़ज़लें इश्क़ो-मुहब्बत से सराबोर हैं तो हालाते-हाजरा की मंज़रकशी करती हुई अवाम की दुखती रगों को छूती भी हैं। अपने वक़्त और समाज के तक़ाज़ों को पूरा करती हुई नाइंसाफ़ी, ज़ुल्मो-सितम, बन्दिशों के ख..