भारत के प्रथम राष्ट्रपति बाबू राजेन्द्र प्रसाद जी से लेकर आज की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल तक-सभी के जीवन-चरित्र, उनके व्यक्तित्व, कार्यशैली और उपलब्धियों पर बहुत ही सरस शैली में सचित्र खोजपूर्ण जानकारी।..
एक महान् समाज दुर्बल हो रहा है। भारत के नागरिक जीवन की दयनीय स्थिति और अप्रतिष्ठित सरकारी संस्थाओं से जूझ रहे हैं। इसका परिणाम है, वे नैतिक रूप से लगातार कमजोर हो रहे हैं। इस स्थिति पर शोक मनाने या केवल टिप्पणी करने के बजाय मैंने कुछ ठोस करने का निर्णय लिया। अमरीका में लगभग दो दशक रहने के बाद मैं भा..
मछुआरे की झोंपड़ी से भारत के राष्ट्रपति पद पर पहुँचे, जन-जन के प्रिय, लाखों बच्चों के चाचा, शासकों से लेकर पत्रकारों, वैज्ञानिकों, उद्योगपतियों, व्यापारियों, किसानों सभी को अपनी अपूर्व योजनाओं से प्रेरित करने वाले, कवि, संगीतकार-सभी दृष्टियों से अतुलनीय, अनुपम व्यक्तित्व भारतरत्न डा. अब्दुल कलाम के ..
यह महिला सशक्तीकरण का युग है। राष्ट्रपति पद की दौड़ में पहली बार एक महिला ने सफलता के नये मानदण्ड स्थापित किए हैं। समाज, देश और नारी जाति के लिए यह गौरव का विषय है। प्रतिभा पाटिल एक ऐसी निष्ठावान काँग्रेसी महिला हैं जिन्होंने आज तक जितने भी चुनाव लड़े, सभी में विजय प्राप्त की। एक सफल राजनीतिज्ञ के स..
दुनिया की आधी आबादी महिलाओं की हैं, लेकिन दुनिया के उत्तरदायी पदों पर उनकी भागीदारी एक चौथाई से भी कम है। यदि हम संसार के राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों की बात करें तो महिलाओं को यह उच्च पद बहुत कम मिले हैं, परंतु जब भी उन्हें अवसर दिया गया है उन्होंने अपने व्यक्तित्व और कार्यशैली की छाप छोड़ी है।..
यदि बीसवीं सदी के शक्तिशाली राजनेताओं के व्यक्तित्व व कृतित्व का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो फ्रैंकलीन डिलानो रूजवेल्ट निर्विवाद रूप से श्रेष्ठतम माने जाएँगे। प्रथम विश्वयुद्ध में अमेरिकी नौसेना के सहायक सचिव के रूप में और द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनका योगदान अविस्मरणीय ..