वर्ष 2002 में आए पहले संकलन ‘समय का हिसाब’ ने वन्दना देवेन्द्र को हिन्दी के कवियों की पहली पंक्ति में शुमार कर दिया। कवि राजेश जोशी ने उस वर्ष छपी कविता की किताबों की अपनी समीक्षा में इसे वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कविता-संग्रह घोषित किया था। वन्दना की रचनाओं की गहराई, वैविध्य, विस्तार देखकर अचरज होता है। ..
आप छात्र हों या शिक्षक,
लेखक हों या पत्रकार,
शोधकर्ता हों या वक्ता-
अकसर कहानी, कविता, निबंध, भाषण या रिपोर्ट लिखते समय सही और सटीक शब्द की खोज में आपकी लेखनी अटक जाती है । समस्या तब और जटिल हो सकती है, जब किसी शब्द की एकाधिक अर्थ -छटाएँ आपको असमंजस में डाल दें ।
यह ' पर्यायवाची कोश ' अभिव्यक्..
इस कोश में 5000 से कुछ अधिक ही पर्यायमालाएँ दी गई हैं जिनमें 30000 से अधिक पर्याय शब्दों का संकलन हुआ है। सहस्राधिक मालाएँ बिलकुल नई हैं। पर्यायमालाओं के निर्धारण में प्रामाणिक एवं वैज्ञानिक पद्धति का अनुसरण किया गया है। एकाधिक अर्थों के सूचक शब्दों को पर्यायमाला में सम्मिलित नहीं किया गया है। संज्ञ..