पहेलियाँ दिमाग का आलोड़न कर मस्तिष्क को तरोताजा रखने में मदद करती हैं। और जब बात हो गणित की, तब निस्संदेह पहेलियाँ गणित को एक मनोरंजक विषय बनाने में मददगार साबित होती हैं। महान् गणितज्ञ भास्कराचार्य ने अपनी पुस्तक ‘लीलावती’ में गणित को सहज-सरल पहेलियों के रूप में प्रस्तुत किया है, क्योंकि उनका मानना..
गणित जितना कठिन है, उतना ही मनोरंजक भी है। सामान्यतः गणित को एक कठिन विषय माना जाता है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं, कुछ लोग इसमें उतना ही आनन्द लेते हैं जितना किसी खेल में। वस्तुतः गणित है भी ऐसा ही विषय जिसकी गुत्थियों को समझना-खोलना अपने आप में बेहद मनोरंजक है।प्रसिद्ध विज्ञान-लेखक गुणाकर मुळे..
बाल-वर्ग के मनोरंजन एवं ज्ञानवर्द्धन के लिए ‘सरस बाल-बूझ पहेलियाँ’ एक सरल, सहज, सुलभ एवं सस्ता साधन है। कारण यह है कि इनके लिए न कोई संसाधन अपेक्षित है और न कोई मैदान। इसी कारण ‘अमीर खुसरो’ के समय से आज तक ये ‘बूझ पहेलियाँ’ बाल जगत् में अजस्र रूप से प्रवाहित हैं।
‘ ‘सरस’ बाल-बूझ पहेली’ पुस्तक में ‘..