हिन्दी कविता और आलोचना की दुनिया लम्बे अरसे से ‘मुख्यधारा’ के इकहरे आख्यान से संचालित होती रही है, वह भी सवर्ण पुरुष-दृष्टि से। शिक्षा और संसाधनों पर उसका वर्चस्व साहित्य और कला को भी अपने ढंग से अनुकूलित करता रहा है। स्त्रियों, दलितों, आदिवासियों और अन्य वंचित समूहों की अभिव्यक्तियाँ इसी आधार पर या..
विश्व संस्कृति को भारत की एक महानतम देन है—दस अंक-संकेतों पर आधारित स्थानमान अंक-पद्धति। आज सारे सभ्य संसार में इसी दशमिक स्थानमान अंक-पद्धति का इस्तेमाल होता है। न केवल यह अंक-पद्धति बल्कि इसके साथ संसार के अनेक देशों में प्रयुक्त होने वाले 1, 2, 3, 9...और शून्य संकेत भी, जिन्हें आज हम ‘भारतीय अन्त..
यदि आप चाय में अदरक व तुलसी की पत्ती डालकर पीते हैं या फिर एक दिन का उपवास रखते हैं, सिरदर्द में कनपटी पर मालिश करा रहे होते हैं, जोड़ों के दर्द में बर्फ का उपयोग कर रहे होते हैं या ट्रैफिक जाम से तनावग्रस्त होकर संगीत सुनना शुरू कर देते हैं—तो आप वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति के प्राकृतिक आरोग्य रूप का ..