आज नोबल पुरस्कार के संबंध में कौन नहीं जानता! जी हाँ, दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार। नोबल पुरस्कार विश्व के महान् व सुविख्यात व्यक्ति अल्फ्रेड नोबल के नाम पर पड़ा। इसकी भी अपनी रोचक कहानी है।
अल्फ्रेड नोबल को अपने जीवन में जितनी खुशियाँ यदा-कदा मिलीं, उनसे बहुत ज्यादा दु:ख उन्हें झेलने पड़े। उन्होंन..
बीसवीं शताब्दी के प्रथम वर्ष 1901 से आरंभ नोबेल पुरस्कार संसार का सबसे प्रतिष्ठित और इन अर्थों में महत्वपूर्ण पुरस्कार है कि इसने ज्ञान-विज्ञान के विकास तथा शान्ति के प्रसार में विशिष्ट योगदान किया है । इसके संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के साथ-साथ बहुत उदार और सफल व्यवसायी थे,..
रविन्द्रनाथ ठाकुर, सी. वी रमन, हरगोविन्द खुराना, चन्द्रशेखर सुबह्मण्यम, मदर टेरेसा, अमर्त्य सेन, वी.एस. नायपाल और वेंकटरमण रामाकृष्णन नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय हैं। इन के जीवन तथा कार्य का विस्तृत परिचय इस पुस्तक में दिया गया है।..
नोबेल पुरस्कार विश्व में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार माना जाता है, जो प्रतिवर्ष अलग-अलग छह कार्यक्षेत्रों में विशिष्ट और योग्य व्यक्तियों को दिया जाता है। नोबेल पुरस्कार देने का आरम्भ 1901 में हुआ था और पहले ही वर्ष में मेरी क्यूरी को भौतिक शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ और फिर 1911 में मेरी क्य..
इस महत्त्वपूर्ण पुस्तक में आज तक के जिन साहित्यकारों को नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुए हैं उनके साहित्य, उनकी शैलियों, उनके विचारों का तो परिचय मिलता ही है, साथ ही उनके जीवन का रोचक परिचय भी इस ग्रंथ में है। अनेक साहित्यकारों ने अपनी साहित्य साधना के लिए मज़दूरी की, घोड़ागाड़ी हांकी, विभिन्न देशों के तानाश..
आनुवंशिक गुप्त लिपि (जेनेटिक कोड) संबंधित रहस्यों के उद्घाटित करने में हर गोविंद खुराना का महत्त्वपूर्ण योगदान है। डॉ. खुराना को उनकी इस खोज के लिए 1968 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. खुराना ने साधारण रासायनिक प्रतिक्रिया की सहायता से इस पहेली को हल कर दिखाया। अतिरिक्त संदेशवाहक आर..
मेरा डायनामाइट दुनिया में शान्ति के लिए होनेवाले हज़ारों सम्मेलनों से भी जल्दी शान्ति ला देगा।'—अल्फ़्रेड नोबेल डायनामाइट का आविष्कार करनेवाले 'पागल वैज्ञानिक' ने जब अपनी वसीयत में एक ऐसी संस्था स्थापित करने की बात कही, जिससे 'उन लोगो..