आप विश्वास करें चाहे नहीं, परंतु यह एक यथार्थ है कि ' गाँव ' से नित्य मेरी मुलाकात होती है । वह जीर्ण -शीर्ण वस्त्रों में, नंगे पाँव, बाल बढ़े हुए और अति घिसा- पिटा, आहत, झुका-झुका अपना शरीर लिये एक बूढ़े के रूप में मेरे सामने आता है । गाँव के बारे में मेरी जानकारी को निर्दयतापूर्वक काटता है और पिछ..
नोट वोट है। वोट नोट है। नोट ब्रह्मा है। नोट शिव है। नोट विष्णु है। नोट सर्वत्र है। नोट सर्वज्ञ है। नोट ऊपर है, टेबल के नीचे है, फाइल के अंदर है, बाथरूम में है। नोट-ही-नोट हैं।
नोट सूर्य है, चंद्रमा है, सितारा है और पृथ्वी है। नोट लक्ष्मी है। नोट सरस्वती है। नोट सोना है। नोट चाँदी है। नोट नर है, अत:..