‘शब्दार्थ-विचार कोश’ में महान् भाषा-तत्वज्ञ आचार्य रामचन्द्र वर्मा ने समानार्थक शब्दों का विवेचन अत्यंत वैज्ञानिक ढंग से किया है। समानार्थक शब्दों के अर्थों में मूलतः समानता रहने पर भी उनके अर्थ या आशय में जो कम-अधिक भिन्नताएं होती हैं उन्हीं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस अपूर्व ग्रंथ की रचना की..
शेयर मार्केट शब्दकोश' शेयर बाजारों में प्रयोग की जानेवाली नई शब्दावली और शब्दों को समझने में नए कारोबारियों को आनेवाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए तैयार किया गया है। सेमिनारों में हिस्सा लेने, वित्तीय कार्यक्रमों को देखने या सुनने और वित्तीय बाजार पर लिखी सामग्री को पढ़ते समय यह पुस्तक मूल्यवान संद..
‘तुकान्तक शब्दकोश'—तुक से अन्त होनेवाले शब्दों का संकलन। लय, स्वर और ताल के बिना जैसे संगीत निष्प्रभ है, वैसे ही तुक के बिना कविता नीरस है।तुक से ही एक सामान्य वाक्य को कविता में ढाला जा सकता है। अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाया जा सकता है।परमानन्द चतुर्वेदी का यह तुकान्तक कोश उनके अनेक सालों के कड़े ..
उर्दू और हिन्दी दोनों भाषाओं के प्रामाणिक ज्ञान और उन्हें निकट लाने में यह कोश अत्यन्त सहायक है।उर्दू-भाषी पाठक और प्रेमी प्रायः ऐसे शब्दकोश की ज़रूरत महसूस करते हैं जो हो तो उर्दू की लिपि में किन्तु जिससे हिन्दी शब्दों का अर्थज्ञान हो सके। इसी प्रकार उर्दू से अनभिज्ञ हिन्दीभाषी नागरी लिपि में उर्..
आचार्य रामचन्द्र वर्मा कृत ‘उर्दू-हिन्दी-अंग्रेज़ी’ कोश उर्दू और हिन्दी-प्रेमियों के लिए समान रूप से उपयोगी सिद्ध हुआ है। प्रस्तुत संशोधित-संवर्द्धित संस्करण में पाठकों के अनेक महत्त्वपूर्ण सुझाव भी सम्मिलित किए गए हैं।इस कोश की विभिन्न उल्लेखनीय विशेषताओं में एक यह कि मुख्य प्रविष्टि के ठीक बाद ..
वेदों को ज्ञान-विज्ञान का सार माना जाता है। राजनीति, समाज, विज्ञान, कृषि, ज्योतिष, चिकित्सा, कला, कौन-सा विषय नहीं है इनमें? भारत के अन्य प्राचीन ग्रंथों जैसे उपनिषदों, पुराणों आदि में भी जीवन के हर पक्ष पर गूढ़ और विस्तृत ज्ञान है। वैदिक युग में लोग ज्ञान के इसी अनुपम भंडार से मार्गदर्शन पाते थे। इस..
यह शब्दकोश विशेष रूप से पब्लिक स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया है। इसमें हाई स्कूल तक की पाठ्य-पुस्तकों में आने वाले प्रायः सभी शब्दों के सरल अर्थ दिये गये हैं। जहां केवल शब्द का अर्थ देने से आशय स्पष्ट नहीं होता, वहां चित्र भी दिये हैं। इस कोश की विशेषता यह भी है कि इसमें यथास्थान शब..
समान्य धारणा है कि ‘विलोम शब्दकोश’ केवल उन विद्यार्थियों के काम के होते हैं, जिन्हें भाँति-भाँति की परीक्षाएँ देनी होती हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि हिंदी के लिए या हिंदी में काम करनेवाले प्रायः सभी तरह के लोगों को कभी-न-कभी विलोम शब्दों को जानने-समझने की आवश्यकता होती ही है। इस अर्थ में यह कोश वि..
कोई भी व्यक्ति महान् तभी कहलाता है, जब वह कोई महान् कार्य करता है। विश्व में ऐसे अनेक व्यक्तियों ने जन्म लिया, जिन्होंने अपने महान् कार्यों से अपने समाज का ही नहीं, वरन् अपने देश और संपूर्ण मानव जाति का उद्धार किया। मदर टेरेसा, महात्मा गांधी, अकबर, अमिताभ, सिकंदर, शेक्सपियर आदि अनेक ऐसे ऐसी अनेक तेज..
प्रस्तुत शब्दकोश में उर्दू के बहुप्रचलित शब्दों के साथ ही अरबी, फारसी, तुर्की से आगत उन उपयोगी शब्दों को भी जमा किया गया है जो अच्छी हिन्दी का आवश्यक अंग बन गए हैं या जिनकी सहायता से उर्दू साहित्य का अच्छा ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है तथा उर्दू शब्दों के सही उच्चारण और अर्थ को समझा जा सकता है। यह व..