“मेरा जीवन समस्त समाज का है और जब तक मैं जीवित हूँ, तब तक मेरा यह अधिकार है कि समाज के लिए जो कुछ कर सकता हूँ, करूँ। मैं जितना परिश्रम करता हूँ, मेरे अंदर उतना ही अधिक जीवन का संचार होता है। मैं जीवन के निमित्त ही जीवन में आनंद समझता हूँ। मेरे लिए जीवन कोई छोटा-मोटा दीपक नहीं है; यह एक प्रकार की गौर..