1. Only book based on NCERT Textbooks of Science
2. In-Line with analysis of Competitive Exams papers
3. Explanation to everyday Science Phenomena
4. Coverage of Previous papers in a Chapterwise manner
5. More than 2000 MCQs are given for the quick revisionThe book "Encyclopedia of General Science..
रामविलास जी ने भाषा की ऐतिहासिक विकास-प्रक्रिया को समझने के लिए प्रचलित मान्यताओं को अस्वीकार किया और अपनी एक अलग पद्धति विकसित की।वे मानते थे कि कोई भी भाषापरिवार एकान्त में विकसित नहीं होता, इसलिए उसका अध्ययन अन्य भाषापरिवारों के उद्भव और विकास से अलग नहीं होना चाहिए। वे चाहते थे कि प्राचीन लिखि..
हमें सपने क्यों आते हैं? क्या हमारे सपनों का कोई गहरा अर्थ होता है? क्या सपने आने वाली किसी सच्चाई की सूचना देते हैं या फिर बीते हुए दिनों पर कोई नई रोशनी डालते हैं? क्या सपने हमारे मन के भीतर छिपी किसी दबी आशा, निराशा या अभिलाषा की तरफ इशारा करते हैं या वे महज दिन-भर की बातों का एक बेजोड़ चलचित्र ह..
गणित और विज्ञान दोनों ही बड़े रोचक विषय हैं, पर प्राय: देखा गया है कि इनको लेकर छात्रों तथा सामान्य जन को भी मन में डर रहता है। पर थोड़ा परिश्रम करके इनमें हम दक्षता प्राप्त कर सकते हैं और इन्हें अपना मित्र बना सकते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक ‘गणित और विज्ञान के 100 सिद्धांत’ गणित और विज्ञान के महत्त्वप..
प्रसूति विज्ञान चिकित्सा शास्त्र की उस शाखा का नाम है, जिसका संबंध स्त्री जननांग, गर्भावस्था, प्रसव तथा प्रसवोत्तर काल से होता है। इस शास्त्र का उद्देश्य है—‘स्वस्थ माँ और स्वस्थ नवजात’। माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के माध्यम से ही किसी देश की स्वास्थ्य संबंधी गुणवत्ता की पहचान होती है। वहाँ की चिकित्स..
पुस्तक के बारे में:-
बाजार में संघ लोक सेवा आयोग तथा विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोगों की परीक्षाओं की तैयारी हेतु स्तरीय पुस्तकों के अभाव को देखते हुए इस पुस्तक की रचना की गई है। इस पुस्तक में विगत वर्षों में IAS एवं PCS की परीक्षाओं में पूछे गए सामान्य विज्ञान से संबंधित प्रश्नों का संपूर्ण विश्लेष..
दुर्योधन ने अगर श्रीकृष्ण को युद्ध के मैदान में सारथी के रूप में माँगा होता तो क्या आज जो गीता बनी है, वह वैसी ही रहती? नहीं, गीता बदल जाती। वह गीता श्रीकृष्ण और दुर्योधन के बीच हुए वार्त्तालाप पर आधारित होती।
यदि दुर्योधन की गीता बन जाती, उसके अठारह अध्याय बन जाते तो आज कितने लोगों को लाभ हो रहा ह..